Two Wheeler Lane: हादसों को रोकने के लिए 2 पहिए वाहन और पैदल यात्रियों के लिए अलग से होंगे Dedicated Lane

हादसों को रोकने के लिए 2 पहिए वाहन और पैदल यात्रियों के लिए अलग से होंगे Dedicated Lane

Two Wheeler Lane: भारत में हर साल सड़क दुर्घटना की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। आंकड़ों की देखे तो सबसे ज्यादा एक्सिडेंट दो पहिए वाहनों की होती है। कई बार हादसे इतने बड़े होते है की चालक की वही मृत्यु हो जाती है।

वहीं इन हादसों को कम करने के लिए सरकार ने कुछ कड़े कदम उड़ाए है, सूत्रों के अनुसार सरकार दो पहिए वाहन के लिए Highway पर Two Wheeler Lane बनाने की तैयारी कर रही है। जिससे सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए सरकार पूरी कोशिश कर रही है।

Two Wheeler Lane

भारतीय बाजारों में आपको एक से बढ़कर कार बाइक इत्यादि देखने को मिलती है। लेकिन बात की सड़क हादसों की तो हमारे देश में रोज कई हादसे होते है। इन दुर्घटनाओं को कम करने के लिए अब Two Wheeler Lane on Highway का निर्माण किया जा रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दे की मंत्रालय द्वारा परामर्श पत्र जारी कर दिया गया है।

यह lane 2 पहिया वाहन के साथ सड़क पर पैदल चलने वालों के लिए भी बनाया जा रहा है, और मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक देशभर में होने वाले 44 फीसदी सड़क हादसों और इनसे होने वाली मौतों में 44 फीसदी दो पहिया वाहन शामिल होते हैं। इसके अलावा 17 फीसदी हादसों में सड़क पर पैदल चलने वाले लोग भी शामिल रहते हैं। वहीं 19 फीसदी मृतक पैदल चलने वाले होते हैं।

मंत्रालय ने जारी की रिपोर्ट

दो पहिया के साथ सबसे ज्‍यादा हादसे होते है,आपकी जानकारी के लिए बता दे की मंत्रालय की ओर रिपोर्ट जारी कर बताया गया है की भारत में सबसे सड़क पर मृत्यु 2 पहिया वाहन वाले की होती है बाद में सड़क पर पैदल चलने वालो की। उन्होंने बताया की उनकी सुरक्षा के लिए ये कदम उठाना बहुत जरूरी है। नहीं तो इन हादसों पर कभी कंट्रोल नहीं किया जा सकता है

सड़कें पर किया जा रहा काम

देशभर में बहुत तेज़ी से सड़को का निर्माण किया जा रहा है। जिससे हादसे में भी काफी ज्यादा सुधार हो रहा है। सड़के करब होने के कारण भी बहुत से हादसे होते है। जैसे कही रोड पर गड्ढा ,कही बालू रोड फट जाना इत्यादि मामले सामने आते है।

रोड की मरम्मत होने से इनपर काबू पाया जा सकता है, लेकिन देश के कई हाईवे और एक्सप्रेस आपस में मिल रहे है जिससे हादसे भी बढ़ रहे है। सरकार द्वारा अगर इसपर अच्छे से और जल्दी काम हुआ तो हादसे की संख्या कम हो सकती है।

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